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Monsoon Travel in India – इस मानसून घूम लें भारत की टॉप-30 जगहें

Where to Travel in India During Monsoon या Best Places to Travel in India During Monsoon. ये आर्टिकल आपको इसी के बारे में जानकारी देगा. दरअसल, मानसून ( Monsoon Travel in India ) सीजन ऐसा होता है जब सभी का मन घूमने का करता है. वो भी खूब करता है लेकिन किस जगह घूमा जाए. वेस्टर्न घाट्स की तरफ सफर किया जाए या फिर दक्षिण भारत में किसी जगह की यात्रा की जाए? ऐसे कई सवाल हैं जो मानसून ( Monsoon Travel in India ) में यात्रा का प्लान बनाने से पहले दिमाग में जरूर आते हैं. क्या करें, पूरा भारत ही मानसून में इतना खिलखिला उठता है कि कन्फ्यूजन होना लाजिमी है. इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि भारत की वो कौन सी जगहें हैं जहां आप मानसून में घूमने के लिए निकल सकते हैं.

Table of Contents

दूधसागर वाटरफॉल – Dudhsagar Waterfall

दूधसागर झरना यानि की दूध सा सफेद झरना। जिसकी खूबसूरती को देख कर आपकी आंखे और मुंह एक दम से खुले के खुले रह जायेंगे। ये झरना 2 राज्यों की सीमा से लगता है। गोवा और कर्नाटक के बॉर्डर से मंडोवी नदी गुजरती है, जिस पर दूधसागर झरना स्थित है।आपको बता दें कि पणजी से इसकी दूरी लगभग 60 किलोमीटर की है। यहां पर मानसून के दौरान पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है। दूधसागर वॉटर फॉल सबसे ऊंचे झरनों की सूची में भारत में काफी महत्व रखता है तो वहीं ये विश्व में 227वें नंबर पर आता है। इस झरने की ऊंचाई 310 मीटर और औसत चौड़ाई 30 मीटर की है।दूधसागर वॉटर फॉल मानसून ( Monsoon Travel in India ) के दौरान पर्यटकों को अपनी तरफ काफी ज्यादा आकर्षित करता है, क्योंकि इस दौरान यहां पर पानी बहुत ही सुंदर नजर आ रहा होता है। दूधसागर झरने को ‘मिल्क ऑफ सी’ भी कहा जाता है। (Dudhsagar Waterfalls के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए यहां जाएं) अगर आप (लोकेशन, जियोग्राफी के बारे में पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें)

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वैली ऑफ फ्लावर्स – Valley of Flower

प्रकृति की सुंदरता देखने के लिए उत्तराखंड में बनी फूलों की घाटी (Valley of Flowers) से बेहतर कोई जगह नहीं होगी। उत्तराखंड की सीमा से लगे चमोली के उच्च हिमालयी क्षेत्र में समुद्र तल से 3962 मीटर की ऊंचाई पर 87.5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल तक फैली इस घाटी को पर्यटकों के लिए कुदरत का तोहफा माना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस घाटी का जिक्र रामायण और महाभारत में नंदकानन के नाम से भी किया गया था. हालांकि इस घाटी का पता सबसे पहले साल 1931 में ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक एस. स्मिथ और उनके साथी आरएल होल्डसवर्थ ने लगाया था। इसकी खूबसूरती से प्रभावित होकर स्मिथ 1937 में दोबारा घाटी में आए और 1938 में ‘वैली ऑफ फ्लॉवर्स’ नाम से एक किताब प्रकाशित की। (Valley of Flowers के बारे में पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें)

गोवा – Goa in Monsoon

वैसे तो ज़िंदा दिल गोवा (Goa) पर्यटकों में हर मौसम लोकप्रिय रहता है लेकिन एक सीज़न ऐसा भी है जिसमे गोवा (Goa) घूमने का अपना एक अलग ही मज़ा है, वो सीज़न है मॉनसून ( Monsoon Travel in India ). अब आप सोच रहे होंगे कि भला बारिश के मौसम में गोवा (Goa) घूमने में क्या मज़ा? पर जनाब मॉनसून में एक बार गोवा (Goa) जा कर तो देखिए. यकीन मानिए आप बार-बार उसी मौसम में वहां जाने को बेचैन रहेंगे. वैसे तो नवंबर से मार्च का मौसम गोवा में पर्यटकों के लिए पीक सीज़न होता है लेकिन पीक सीज़न में आप को भीड़ भाड़ से जूझना पड़ सकता है जिसके कारण आपकी छुट्टियों का मज़ा थोड़ा किरकिरा हो सकता है. आम तौर पर हर पर्यटन स्थल पीक सीज़न में पर्यटकों से भरा रहता है जिसकी वजह से वहां छुटियाँ बिताना कभी कभी महँगा भी हो जाता है क्योंकि अच्छी लोकेशन वाले होटल के रूम्स महँगे हो जाते हैं और सबसे पहले बुक हो जाते हैं. (Goa Tour in Monsoon पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें )

अंबोली हिल स्टेशन – Amboli Hill Station

मानसून ( Monsoon Travel in India ) ने दस्तख़त दे दी है। ऐसे सुहावने मौसम में लोग घूमने की योजना तो बनाते ही हैं साथ ही साथ वो किसी नई जगह पर जाना भी बहुत पसंद करते हैं। तो अब जब बात चल रही है घूमने-फिरने की तो आज हम आपको एक नयी जगह से रूबरू करायेंगें। हम बात करने जा रहे हैं अंबोली हिल स्टेशन ( Amboli Hill Station ) की जो कि जो महाराष्ट्र राज्‍य में लगभग 700 कि.मी. की ऊँचाई पर स्थित है। ये  एक सुंदर व छोटा सा हिल स्टेशन है। यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सह्याद्री पर्वतमाला में बना हुआ है जो सिंधुदुर्ग जि़ले में है। बारिश की फुहारों का मजा अगर किसी हिल स्टेशन पर लिया जाए, तो ये अनुभव जिंदगी में कभी भुलाए नहीं भूलता। जब फुहारे ना केवल आपके तन की बल्कि मन को भिगा जाती हैं। कुछ ऐसा ही बेहतरीन एहसास दिलाने वाली जगह है अंबोली हिल स्टेशन। ये हिल स्टेशन बेहद खूबसूरत है आप ख़ुद को यहां जाने से रोक नहीं पायेंगे। शहरों की चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए हर कोई किसी ना किसी ऐसी जगह जाने की तलाश में रहता है, जहांक का मौसम सुहावना हो। (Amboli Hill Station की पूरी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें)

मलशेज घाट, महाराष्ट्र – Malshej Ghat , Maharashtra

गर्मियों की छुट्टियों में हम अक्सर घूमने की योजना बनाते हैं। कई दिनों पहले से ही घूमने की जगह सर्च करना भी शुरू कर देते हैं। तो आज हम आपको घूमने की बेहद सुंदर जगह के बारे में बताते हैं। जहां आप अपने परिवार के साथ छुट्टियां मना सकते हैं। यह हिल स्टेशन मुंबई और पुणे शहर से नजदीक शानदार वीकेंड गेटवे भी माना जाता है। सप्ताहांत के दौरान आप यहां सैलानियों को मौज-मस्ती करते देख सकते हैं। इस लेख के माध्यम से जानिए पर्यनट के लिहाज से यह हिल स्टेशन आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है. आइए जानते हैं Malshej Ghat के बारे में पहाड़ों की सुंदरता देखनी है तो जाएं मालशेज घाट ( Malshej Ghat के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें )

 

माथेरान हिल स्टेशन – Matheran hill station

भारत अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। विदेशी पर्यटक भी भारत की खूबसूरती के कायल हैं। और घूमने के लिए सबसे अच्छा मौसम मानसून ( Monsoon Travel in India ) का ही माना जाता है। इस मौसम में बारिश और हवाओं का मज़ा घूमने-फिरने में चार चांद लगा देता है। महाराष्ट्र में माथेरान एक बेहद खूबसूरत और सबसे छोटा हिल स्टेशन माना जाता है। ये लगभग 2650 फीट की ऊंचाई पर बसा है यह टूरिस्ट स्पॉट पश्चिमी घाट शृंखला के पहाड़ी क्षेत्र में बसा है। ये हिल स्टेशन भारत का सबसे छोटा हिल स्टेशन माना जाता है। माथेरान पर दस्तूरी नाका से आगे गाड़ियों के जाने पर पाबंदी है। माथेरान में 28 व्यू प्वाइंट, दो झीलें और दो पार्क हैं। यहां के सारे व्यू प्वाइंट का मजा लेने के लिए दो-तीन दिन का समय लग जाता है। ये महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित है। ये दुनिया की उन गिनी-चुनी जगहों में से एक है। जहां खतरनाक रास्ते होने के वजह से यहां पर किसी भी किस्म की गाड़ियां ले जाने पर सख्त प्रतिबंध है। पर्यटकों को यहां घूमने के लिए ट्वॉय ट्रेन से जाना पड़ता है। क्योंकि यहां पर किसी भी प्रकार का वाहन ले जाना मना है। ये ट्रेन ऊंचे पहाड़ों के किनारे बेहद कठिन रास्तों से होकर गुजरती है। (Matheran hill station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

लोनावाला खंडाला – Lonavala Khandala

इस बार मानसून ( Monsoon Travel in India ) अपने साथ हवाओं में हल्की-हल्की ठंड लेकर आया है। जिसने चिलचिलाती धूप और उमस से अभी को बहुत राहत पहुँचाई है। ऐसे सुहाने मौसम घूमने का मज़ा ही कुछ और होता है। तो आइए आपको एक बहुत ही सुंदर पर्यटन स्थल के बारे में बताते हैं। यहां एक बार जायेंगें तो बार-बार जाने की योजना बनायेंगें। हम बात कर रहे हैं लोनावला- खंडाला की। जो काफ़ी ऊँचाई पर स्थित है। यहां का दृश्य ऐसा होता है कि मानों बादल मानों धरती को स्पर्श कर रहे हों। लोनावला हिल स्टेशन महाराष्ट्र राज्य के खंडाला से 5 किलोमीटर दूर पर स्थित है। महाराष्ट्र पश्चिम भारत का राज्य है और लोनावला को पश्चिम भारत में झीलों की नगरी के नाम से जाना जाता है।अति सुंदर पहाड़ी क्षेत्र, लुभावनी सहयाद्री पहाड़ियों का एक हिस्सा है और विस्तार में 38 वर्ग किलोमीटर के आसपास है। लोनावाला मुम्बई से 97 किमी और पुणे से केवल 64 किमी दूर स्थित है। यहां प्रकृति ने बेहद खूबसूरत झीलों का तोहफा दिया है। (Lonavala-Khandala के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

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भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग – Bhimashankar Jyotirlinga

सावन में ज्योतिर्लिंगों का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। भोले बाबा के दर्शन के लिए लंबी-लंबी कतारें लगती हैं। सावन महीने में शिव जी की पूजा-अर्चना का दौर जारी रहेगा। शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंग जो अलग-अलग स्थानों में विराजित हैं। इन्हीं 12 प्रमुख ज्योतिर्लिगों में भीमाशंकर का छठा स्थान है। सावन में इसके दर्शन के लिए लोग ना जाने कहाँ-कहाँ से आते हैं। ऐसा माना जाता है कि देवों के अनुरोध करने पर भगवान शिव ने भीमा का रूप धारण कर सह्याद्री पहाड़ियों पर निवास किया था। त्रिपुरासुर राक्षस के साथ घमासान लड़ाई के बाद भगवान शिव ने उसे मार डाला था। माना जाता है कि इस लड़ाई के दौरान यहां से जो गर्मी उत्पन्न हुई उसके कारण भीमा नदी सूख गई और भगवान शिव के शरीर से निकले हुए पसीने से फिर से भीमा नदी बनी। (Bhimashankar Jyotirlinga के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

पंचगनी – Panchgani

मानसून के मौसम में हर किसी का मन घूमने का होता है। ऐसे में कई लोग ऐसी जगह जाना पसंद करते हैं जहां चारों ओर पहाड़ी और खूबसूरत वादियां हों। ऐसी ही एक जगह है महाराष्ट्र में स्थित पंचगनी जो हरियाली को अपने में समेटे हुए हैं।जब घूमने की बात आती है तो लोग अक्सर हिल स्टेशन पर जाना पसनद करते हैं।ऐसा ही एक सुंदर वादियों से घिरा हिल स्टेशन पंचगनी जहां लोग जाना पसंद करते हैं।  यहां की घाटियां, जंगल, पेड़-पौधे, हरियाली, झरने और झीलें यात्रियों की सारी थकान को मिटा देती है। यहां आकर शाम को विल्‍सन प्‍वांइट को देखना काफी अच्‍छा लगता है। यहां स्थित ईको प्‍वांइट बच्‍चों की पसंदीदा जगहों में से एक है। जहां ज़ोर से चिल्‍लाने पर आवाज वापस सुनाई देती है। पंचगनी हिल स्टेशन महाराष्ट्र राज्य में मुंबई के दक्षिण में स्थित एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। जो लगभग 1334 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस हिल स्टेशन का नाम राज्य के सबसे लोकप्रिय जगह में आता है। पंचगनी अपने मनोरम दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। (Panchgani Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

कूर्ग हिल स्टेशन – Coorg Hill Station

कुर्ग ( Coorg ) मानसून में घूमने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। ये जगह यहां पर बिखरी हरियाली के लिए के प्रसिद्ध है। साउथ के लोगों के बीच ये जगह है काफी पसंद की जाती है। लोगों का पसंदीदा हॉलिडे डेस्टिनेशन है कूर्ग। कूर्ग कर्नाटक के बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्‍थलों में से एक है। कुर्ग कर्नाटक के दक्षिण पश्चिम भाग में पश्चिमी घाट के पास एक पहाड़ पर स्थित जिला है। ये समुद्र स्‍तर से लगभग 900 मीटर से 1715 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।पर्यटकों को क्यों भाता है कूर्गxकुर्ग में आपको बेहद सुंदर घाटियां, रहस्‍यमयी पहाड़ियां, बड़े-बड़े कॉफी के बागान, पानी का शोर मचाते झरने, चाय के बागान, चारो ओर फैली हरियाली, संतरे के पेड़, बुलंद चोटियां और तेजी से बहने वाली नदियां यहां आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेती हैं। ये जगह दक्षिण भारत के लोगों का बेहद पसंदीदा वीकेंड गेटवे माना जाता है। दक्षिण में स्थित कन्‍नड़ के लोग यहां विशेष रूप से वीकेंड मनाने यहीं आते है।(Coorg Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

अगुम्बे हिल स्टेशन -Agumbe Hill Station

इस बार मानसून के साथ बारिश ने जमकर दस्तक दी है। ऐसे में भला किसका मन नहीं करेगा कहीं ऐसी जगह जाने का जहां मन आनंदित हो उठे और मस्ती में झूम उठे। ऐसी ही मन को मंत्र मुग्ध करने वाली जगह है अगुम्बे, ( Agumbe ) ये कर्नाटक का एक गांव है। यहाँ से आप प्रकृति की सुन्दरता को बहुत करीब से देख सकते हैं। ये स्थल अपने शांत वातावरण और हरियाली के लिए जाना जाता है। ये राज्य के शिमोगा जिले में स्थित अगुम्बे समुद्र तल से 2725 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यहाँ बारिश अत्यधिक होती है। साल भर भारी बारिश होने के कारण इस स्थान को दक्षिण का चेरापूंजी भी कहा जाता है। अगर आप अगुम्बे घूमने जाते हैं तो वहां आस-पास और भी बहुत कुछ है देखने को यहाँ कई झरने है, जैसे कि बरकना झरना, कुंचिकल झरना, ओनांक अबी झरना, जोगीगुंडी झरना और कोडलु तीर्था झरना। उडपी रेलवे स्टेशन अगुम्बे के लिए सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन माना जाता है। यात्रियों के लिए यहाँ पर यात्री घर की सेवा उपलब्ध है। (Aghumbe Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

चिकमंगलूर हिल स्टेशन – Chikmagalur Hill Station

बरसात का मौसम हो, हसीन वादियां हों और हाँथो में हो कॉफ़ी का कप। चिकमगलूर ये जगह है कॉफ़ी के दीवानों के लिए। यहां हर तरफ़ आपको कॉफ़ी के बागान देखने को मिलेंगे। चिकमगलूर पर्यटन स्थल कर्नाटक के मुलायनगिरी पहाड़ी की तलहटी में स्थित है। इस पर्यटन स्थल की ऊंचाई करीब 3400 फीट है। ये स्थान तुंगा और भद्रा जैसी नदियों भी प्रमुख स्त्रोत है। चिकमगलूर में हरे-भरे पेड़-पौधे, पहाड़, सुरम्य ट्रेकिंग ट्रेल्स, आकर्षित झरने, घनी वादियां और रहस्यमय मंदिर स्थित हैं। चिकमगलूर टूरिस्ट प्लेस है जिसके कारण देश-विदेश से यहां आने वाले सैलानियों की लम्बी कतार लगी रहती है। (Chikmagalur Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

कोडाइकनाल हिल स्टेशन – Kodaikanal Hill Station

इन दिनों अगर आप हिल स्टेशन में छुट्टियां बिताने की प्लानिंग कर रहे हैं। तो आप उत्तर भारत के भीड़ भाड़ वाले हिल स्टेशन्स से बाहर निकलकर दक्षिण भारत में स्थित हिल स्टेशन जा सकते है। ऐसा ही एक हिल स्टेशन है कोडाइकनाल जिसे प्रिंसेज ऑफ हिल स्टेशन यानी कि हिल स्टेशन की राजकुमारी के नाम से जाना जाता है। कोडाइकनाल डिंडागुल जिले में स्थित शहर समुद्र तल से करीब 2133 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक पठार के ऊपर स्थित है। आमतौर पर लोग इसे कौडे के नाम से भी जानते हैं। यहाँ की मनमोहक हरियाली, ऊंचे पहाड़, चोटियों से नीचे उड़ते नीले बादल, बिखरी हरियाली और बल खाती पंगडंडिया यहाँ आने वाले पर्यटकों को अपना दीवाना बना देती हैं। (Kodaikanal Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें )

मुन्नार हिल स्टेशन – Munnar Hill Station

मुन्‍नार घूमने के लिए कई विकल्‍प प्रदान करता है जो लोग भी यहां अपनी छुट्टियां बिताने आते हैं, वो यहाँ ये यादगार लम्हें अपने साथ ले जाते हैं। मुन्‍नार के पर्यटन स्‍थलों की सैर बहुत सुखद अनुभव प्रदान करने वाली होती है। ज़्यादातर लोग यहां घूमने यहां के अच्‍छे और शानदार मौसम की वजह से आते हैं। मुन्नार पर्यटकों की पसंदीदा लिस्ट में शुमार है। मुन्‍नार एक मलयालम शब्द है जिसका अर्थ होता है तीन नदियों का संगम। यहां आपको तीन नदियां देखने को मिलेंगीं ये हैं मधुरपुजहा, नल्‍लाथन्‍नी और कुंडाली। ये नदियां एक ही स्थान पर मिलती हुई दिखाई देंगी। मुन्नार केरल के इडुक्की जिले में स्थित है। यहां का हिल स्टेशन यहां की विस्तृत भू-भाग में फैली चाय की खेती, हरियाली, चारों ओर फैले बागान, औपनिवेशिक बंगले, छोटी नदियां, तालाब, झरनें और ठंड का मौसम।(Munnar Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

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ऊटी हिल स्टेशन – Ooty Hill Station

जब दक्षिण भारत की बात होती है तो दिमाग में सबसे पहला नाम ऊटी का आता है। ऊटी दक्षिण भारत का सबसे फेमस हिल स्टेशन है। ये तमिलनाडु में स्थित है। ऊटी अपने बगानों और लाल रंग की छत वाले बंगलों के लिए बहुत मशहूर है।ऊटी हिल स्टेशन नीलगिरी की सुंदर पहाड़ियों में स्थित एक सुंदर शहर है। इस शहर का आधिकारिक नाम उटकमंड है तथा पर्यटकों की सुविधा की वजह से इसका संक्षिप्त नाम ऊटी दिया गया. ये भारत के दक्षिण में स्थित हिल स्टेशन है. यहां हर साल कई पर्यटक आते हैं। ये शहर तमिलनाडु के नीलगिरी जिले का एक भाग है। आपको ऊटी शहर के आस-पास चारों नीलगिरी पहाड़ियां देखने को मिलेगी यही कारण है कि इसकी सुंदरता और बढ़ जाती है। यहां स्थित पहाड़ियों को ब्लू माउन्टेन (नीले पर्वत) के नाम से भी जाना जाता है। (Ooty Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

अराकू घाटी – Araku Valley

प्रकृति की गोद में कुछ दिन बिताना चाहते हैं तो अराकू घाटी से अच्छा स्थान नहीं हो सकता। यहां का सुहावना मौसम, शांत वातावरण और धरती को छूता आसमान किसी जन्नत से कम नहीं लगता है. बेहद खूबसूरत और विशाल अराकू घाटी आंध्र प्रदेश के दक्षिण भारत राज्य में विशाखापट्टनम जिले में एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। अराकू घाटी पर्वतीय स्थान राज्य के विज़ाग शहर से लगभग 115 किमी की दूरी पर स्थित है। जो पड़ोसी राज्य ओडिशा की सीमा का स्पर्श भी करता है। समुद्र तल से अराकू घाटी लगभग 1300 मीटर ऊंचाई पर लगभग 36 किमी के क्षेत्र में फैली हुई है। ये शहर पूर्वी घाट के खूबसूरत स्थलों के मध्य स्थित है। अराकू घाटी की पहाड़ियां यहां की पारंपरिक सुंदरता का बखान करती हैं। इसे दक्षिण भारत का सबसे सुंदर हिल स्टेशन कहना ग़लत नहीं होगा। (Araku Valley के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

हॉर्सले हिल्स – Horsley Hills

Horsley Hills :  पर्यटकों के लिए हमेशा से ही दक्षिण भारत उनकी पहली पसंद रहा है। यही कारण है कि दक्षिण भारत के कई राज्य है जो अपने बेहतरीन पर्यटन के लिए जाने जाते हैं। ऐसा ही एक पर्यटन स्थल है आंध्रप्रदेश का हॉर्सले हिल्स हिल स्टेशन। हिल स्टेशन की बात की जाये तो आंध्रप्रदेश में स्थित एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन जिसका नाम है हॉर्सले हिल्स। यहां की ऊँची पहाड़ी से आप सनसेट और सनराइज का अनोखा नज़ारा देखने को मिल जाएगा। हॉर्सले हिल्स आंध्र प्रदेश चित्तूर जिला शहर मदनपल्ली के पास स्थित है, हॉर्सले हिल्स एक पहाड़ी इलाका है। जो अपने विशालकाय पहाड़ो के लिए प्रसिद्ध है। ट्रैवल के लिहाज़ से इस जग़ह को बहुत पसंद किया जाता है।(Horsley Hills के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

ढेंकानाल हिल स्टेशन – Dhenkanal Hill Station

ढेंकानाल हिल स्टेशन जो अपने घने जँगलों, पहाड़ो, हसीन वादियों और सुहावने मौसम के लिए जाना जाता है। यहां पर हिन्दू धर्म के देवी-देवताओं के मंदिर भी देखने को मिलेंगें। जहाँ आप भगवान की पूजा-अर्चना भी कर सकते हैं। ढेंकानाल भारत के ओड़िशा राज्य के ढेंकानाल ज़िले में स्थित एक सुंदर नगर है। ढेंकानाल ज़िले का मुख्यालय भी है। ढेंकानाल, राज्‍य की राजधानी भुवनेश्‍वर से करीब 99 किमी. की दूरी पर स्थित है। इससे पहले ये राज्य का करद राज्य था। देशी राज्यकाल में भी ढेंकानाल राज्य का प्रधान केंद्र था और यहीं पर नरेश रहते थे। यहाँ पर ब्राह्मनी नदी पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है। इस नदी की घाटी उपजाऊ मानी जाती है तथा यहां की नदियां आपको स्वच्छ देखने को मिलेंगीं। ढेंकानाल में लोह खनिज पर्याप्त रूप से पाया जाता है। यहाँ की इमारती लकड़ी, चावल और तिलहन का व्यापार बड़ी मात्रा में होता है।(Dhenkanal Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

सतपुड़ा हिल स्टेशन – Saputara Hill Station

बात करें सापुतारा की तो इसका शाब्दिक अर्थ है ‘सापों का घर’, और आपको जानकर ये आश्चर्य होगा कि यहां की सर्पगन नदी के पास सांप देवता का एक छोटा सा स्थल स्थित है। इस स्थल की पूजा यहां के आदिवासी लोग करते हैं। सापुतारा गुजरात का सुंदर हिल स्टेशन होने के साथ ही साथ एक अच्छा शहर भी है। सापुतारा डांग जिले में स्थित है। ये शानदार हिल स्टेशन सह्याद्री सीमा और डांग वन के साथ समुद्र तल से लगभग 873 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। (Saputara Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

हेवलॉक आईलैंड – Havelock Island

Havelock Island : अंडमान निकोबार आकर जिसे पर्यटक सबसे ज्यादा देखना चाहते हैं, वो है यहां का खूबसूरत हैवलॉक आइलैंड। इस आइलैंड के आसपास फैली हरियाली के साथ सफेद बालू से भरे तट इस जगह को भारत में देखने लायक स्थानों में शामिल करते हैं। अगर आप खरीदारी में दिलचस्पी रखते हैं तो यहां की लोकल बाजार में खरीदारी कर सकते हैं। यहां की बाजार में हाथ से बनी चीजें और एक्सेसरीस भी मिल जाएंगी।(Havelock Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

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रानीखेत हिल स्टेशन – Ranikhet Hill Station

Ranikhet Hill Station : उत्तराखंड में बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन रानीखेत। उत्तराखण्ड राज्य का एक प्रमुख पहाड़ी और बेहद पसंदीदा पर्यटन स्थल है। रानीखेत समुद्र तल से करीब 1824 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक छोटा और रमणीक हिल स्टेशन है।ये उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जनपद के अंतर्गत स्थित एक फौजी छावनी है। रानीखेत देवदार और बलूत के वृक्षों से घिरा बहुत ही सुंदर और मोहक हिल स्टेशन है। रानीखेत अंग्रेजों के शासन के दौरान से ही अंग्रेजी फौज की छावनी रहा है। रानीखेत के क्षेत्र में कुंमाऊं रेजीमेंट का मुख्यालय भी स्थित है। छावनी क्षेत्र होने के कारण इस स्थल में आपको साफ−सफाई हमेशा ही देखने को मिलेगी। इसी कारण ही यहाँ प्रदूषण की मात्रा भी बहुत कम है। यहीं पर स्थित है चौबटिया। चौबटिया में बहुत ही सुंदर बाग-बगीचे, फूल और क्यारियां हैं। यहां पर ही स्थित सरकारी उद्यान व फल अनुसंधान केंद्र भी देखने लायक हैं। इसी के पास में ही एक जल प्रपात भी स्थित है, जिसके ऊंचाई से गिरते संगमरमर जैसे पानी का दृश्य पर्यटकों का मन मोह लेता है। (Ranikhet Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

शिलॉन्ग हिल स्टेशन – Shillong Hill Station

Shillong Hill Station : शिलांग जिसे पूर्व के स्कॉटलैंड के नाम से भी जाना जाता है। शिलांग अपने हरे घने जंगल, अनुपम प्राकृतिक छटा, बादलों से ढंके पहाड़, फूलों से आती मीठी-मीठी खूशबू के लिए जाना जाता है। ये स्थान छुट्टियां बिताने के लिए बेस्ट ऑप्शन है। शिलांग के पसंदीदा पर्यटन स्थल में शामिल शिलांग पीक समुद्र तल से लगभग 6449 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। ये शिलांग का सबसे उच्चतम बिंदु हैं। इस झरने के साथ-साथ मेघालय राज्य पर्यटकों को शानदार और मनोरम दृश्य को भी प्रस्तुत करता हैं। यहां आने वाले पर्यटक दूरबीन के माध्यम से पक्षियों का मनोरम दृश्य देख सकते हैं। ये स्थान कोहरे से घिरा हुआ, बर्फ़ की चादर ओढ़े रहता है। (Shillong Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

माउंट आबू हिल स्टेशन – Mount Abu Hill Station

Mount Abu Hill Station :  माउंट आबू पर्यटकों के द्वारा बहुत पसंद किया जाता है। यहां का सनसेट देखने के लिए उमड़ती है सैलानियों की भारी भीड़।माउंट आबू ( Mount Abu ) समुद्र तल से लगभग १२२० मीटर की ऊंचाई पर स्थित आबू पर्वत जो कि राजस्थान का एकमात्र पहाड़ी नगर है। ये अरावली पर्वत का सर्वोच्च शिखर, जैनियों का प्रमुख तीर्थस्थान तथा राज्य का ग्रीष्मकालीन शैलावास है। राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित अरावली की पहाड़ियों की सबसे ऊँची चोटी पर बसे माउंट आबू का वातावरण राजस्थान के अन्य शहरों से अलग और मनोरम है। (Mount Abu Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

दार्जिलिंग हिल स्टेशन – Darjeeling Hill Station

Darjeeling Hill Station : दार्जिलिंग की हसीन वादियों के साथ ही साथ यहां पर घूमने की भी कई जगह मिलेंगीं। ख़रीदारी का शौक़ रखने वालों के लिए यहां पर शॉपिंग के भी कई बढ़िया विकल्प हैं। इसी कारण हर महीने लाखों की संख्या में लोग दार्जिलिंग की सैर करने पहुंचते हैं। दार्जिलिंग समुद्र तल से लगभग 2 हजार 200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। यहां के मनमोहक मौसम को देखने के लिए साल भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। दार्जिलिंग की खूबसूरती केे कारण ही इसे क्वीन ऑफ हिल्स के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर आपको हरे-भरे चाय के बागान, चारों ओर फैली हरियाली, बर्फ़ से ढंके कंचनजंगा का बेहतरीन दृश्य आपका मन मोह लेगा। (Darjeeling Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

सोनभद्र हिल स्टेशन – Sonbhadra Hill Station

Sonbhadra Travel Guide :  सोनभद्र भारत का एकमात्र ऐसा जिला है, जहां मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ झारखंड और बिहार के चार राज्य हैं। सोनभद्र अपनी धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। पावर हब की वजह से इसको भारत का मिनी मुंबई भी कहते हैं। सोनभद्र अपनी ऊर्जा को लेकर जाना जाता है। सोनभद्र जिला एक औद्योगिक क्षेत्र है। यहाँ पर बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला, सोना आदि जैसे बहुत सारे खनिज पदार्थ उपलब्ध हैं। सोनभद्र को ऊर्जा की राजधानी कहा जाता है क्योंकि यहाँ बहुत सारी बिजली संयंत्र हैं। ये क्षेत्र वन और पहाड़ियों के एक क्षेत्र से एक औद्योगिक स्वर्ग बन गया।(Sonbhadra Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

 

पुड्डुचेरी हिल स्टेशन – Puducherry Travel Guide

Puducherry Travel Guide : पुडुचेरी भारत  का एक ऐसा केंद्रशासित राज्य जो आपको किसी दूसरे देश में होने की अनुभूति करता है। यहाँ की इमारतें, खान-पान, पहनावा, संस्कृति और सभ्यता आज भी फ्रेंच सभ्यता में रंगी हुई हैं. पुडुचेरी यात्रा के दौरान आपको इसका बार बार अहसास। इस राज्य में अधिकतर लोग तमिल, तेलगु और मलयालम भाषा का प्रयोग करते है। फ्रेंच कल्चर होने की वजह से यहाँ फ्रेंच और अंग्रेजी भाषा का उपयोग भी किया जाता है। ये जग़ह फ्रांस का चोला ओढ़े हुए है। आप अगर फ्रेंच कल्चर का मज़ा लेना चाहते हैं तो अपना सामान बांध लीजिये और निकल चलिए पुडुचेरी ( Puducherry  ) की सैर पर। पुडुचेरी भारत का एक केन्द्रशासित प्रदेश है। पहले पुडुचेरी एक फ्रांसीसी उपनिवेश था जिसे 4 ज़िलों का समावेश करके बनाया गया था। पांडिचेरी नाम इसके सबसे बडे ज़िले पांडिचेरी के नाम पर पडा़ है। पहले इसका आधिकारिक नाम पॉंडिचेरी ही था जिसे सितंबर 2006 में बदलकर पुडुचेरी कर दिया गया। हालाँकि फ्रांसीसी लोग अब भी इसे पॉंडिचेरी ही कहते हैं। यह एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी हैं।(Puducherry Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

चिरमिरी हिल स्टेशन – Chirmiri Hill Station

Chirmiri Hill Station : छत्तीसगढ़ का चिरमिरी हिल स्टेशन पर्यटकों की पसंदीदा लिस्ट में शामिल है। यहां के बड़े-बड़े पहाड़, सुहावना मौसम और घने जंगल इस हिल स्टेशन की खूबसूरती में चार-चाँद लगाते हैं। बरसात के दिनों में यहां की सुंदरता अपने चरम पर होती है।चिरमिरी छत्तीसगढ़ राज्य का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। चिरिमिरी कोरिया जिले में बसा है। ये पहले ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा हुआ करता था। चिरमिरी अपने हरे-भरे परिदृश्य, पहाड़ों, हरियाली, घने पेड़ पौधौं और अपने मनमोहक और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। ये पर्यटन स्थल वहां स्थित हसदो नदी के पास है, जो महानदी की एक सहायक नदी भी है। यहां आने की पहली वजह है यहां के पहाड़ और पर्वतीय स्थल। चिरमिरी में आपको बेहद शानदार वातावरण देखने को मिलेगा। आप यहां अपने परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं। ये ट्रिप आपके लिए हमेशा यादगार रहेगी। प्रकृति प्रेमियों के लिए ये जगह बेहद खास है। अगर आप फोटोग्राफी का शौक रखते हैं तो ये जगह आपके लिए है। इसके अलावा यहां आपको कई धार्मिक स्थल भी देखने को मिलेंगें। यहां के आसपास प्रसिद्ध मंदिरों की सैर का प्लान बना सकते हैं।(Chirmiri Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

डिब्रूगढ़ हिल स्टेशन – Dibrugarh Hill Statio

Dibrugarh Hill Station : जब भी बात भारत की चाय की होती है, तो हम सबकी जुबां पर सबसे पहला नाम आता है “असम की चाय” का। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं असम डिब्रूगढ़ के बारे में। असम स्थित डिब्रूगढ़ को भारत के ‘चाय का शहर’ के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर भर में कई चाय के बागान आपको देखने को मिल जायेंगे। जो ब्रिटिश काल से ही यहां पर स्थित हैं। डिब्रूगढ़ अपने प्राकृतिक सौंदर्य, परंपरा और संस्कृति के लिए भी मशहूर है। डिब्रूगढ़ शहर बेहद शांत और खूबसूरत है। जिसके एक तरफ ब्रह्मपुत्र नदी बहती है तो दूसरी ओर शहर के किनारों पर हिमालय की श्रृंखलायें नीचे की ओर जाती हुई दिखाई देती हैं। डिब्रूगढ़ असम के सबसे शानदार शहरों में से एक माना जाता है। यहां आने वाले पर्यटक यहां की हरियाली, चाय कर बागान, शांति, सुंदरता, इतिहास के रंगों को देखकर यही के हो जाते हैं।(Dibrugarh Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

रानीखेत हिल स्टेशन – Ranikhet Hill Station

रानीखेत एक ऐसी जगह है जिसे देखकर मालूम होता है कि कुदरत ने इसे बहुत फुरसत से बनाया है। तभी तो इसका मन को छू लेने वाला रूप हजारों मीलों की दूरी से भी लोगों को अपनी तरफ खींच लाता है। शांत वातावरण, चीड़ और देवदार के घने जंगल, दूर दूर तक फैली खूबसूरत घाटियां, फूलों से ढके हुए रास्ते, ठंडी हवाएं और पक्षियों की चहचहाहट रानीखेत की खूबसूरती को बखूबी दिखाती है। इसलिए रानीखेत को ‘पहाड़ों की रानी’ भी कहते हैं। रानीखेत उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित है। रानीखेत एक छोटा सा शहर है जो कि समुद्र तल से 1824 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। रानीखेत की सुंदरता के बारे में एक बार नीदरलैंड के राजदूत ने कहा था कि जिसने भी इसे नहीं देखा उसने भारत को ही नहीं देखा। कुमाऊं रेजिमेन्ट का मुख्यालय भी रानीखेत में ही है। जिस कारण यहां चारों तरफ साफ सफाई देखने को मिलेगी। रानीखेत के नाम के बारे में कहते हैं कि सैंकड़ों साल पहले एक रानी यहां पर घूमने के लिए आई थीं लेकिन यहां की प्राकृतिक सुंदरता को देखकर वो इतनी मंत्र मुग्ध हो गईं थी कि उन्होंने इस क्षेत्र को ही अपना घर बना लिया था तभी से ही इस क्षेत्र को रानीखेत कहा जाने लगा।(Ranikhet Hill Station के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

waterfall

Beautifull Waterfall – खूबसूरत वाटरफॉल

( Water fall ) वाटर फॉल के View बहुत ही आकर्षण होते है, जिसको देखने हजारों पर्यटक आते हैं। वाटर फॉल के आसपास के नजारे मन को शांति देते हैं,  अगर आप Nature की गोद से खूबसूरत बहते पानी की धारा को देखना चाहते हैं तो भारत के इन खूबसूरत Water fall को जरूर देखने जाएं ।(Beautiful Waterfall के बारे में विस्तार से पढ़ें, यहां क्लिक करें)

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