Panjim Travel Guide : Goa के शानदार शहर के BEST 6 Places
गोवा ( Goa ) में छुट्टियाँ बिताने के लिए पणजी ( Panjim ) एक बहुत अच्छी जगह है, जहां पर पर्याप्त संख्या में पांच और चार सितारा होटल, रेस्टोरेंट और शापिंग मॉल उपलब्ध है। इसके अलावा पणजी ( Panjim ) घूमने के लिए भी बेहद शानदार जगह है। आपको बता दें कि पणजी ( Panjim ) का शाब्दिक अर्थ है वो भूमि जहां पर कभी भी बाढ़ नहीं आती है।
ये जगह 7 मीटर की औसत उंचाई पर स्थित है और यहां पर प्रवेश करते ही आपको ये अहसास हो जाएगा कि गोवा के बाकी शहरों की अपेक्षा ये शहर कुछ अधिक गतिशील है। इस शहर की जनसंख्या लगभग 5000 है। पणजी ( Panjim ) अपने धार्मिक स्थानों जैसे कि सेंट कैथरीन की चैपल और पणजी चर्च के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। हिंदू लोग अकसर महालक्ष्मी और मारुति मंदिर देखने के लिए आते हैं। इसके अलावा ये जगह किलों और महलों के लिए भी काफी मशहूर है।
क्या क्या देखें ( Where to Travel in Panjim )
कैथेड्रल ऑफ कैटरीना
अलेक्जेंड्रिया के कैथरीन को समर्पित कैथेड्रल ऑफ सेंटा कैटरीना भारत का सबसे बड़ा चर्च है। हालांकि इस दावे का कड़ा विरोध किया गया है, फिर भी ये चर्च हर साल खासकर क्रिसमस के दौरान हजारों पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। इस चर्च की लंबाई 250 फीट, चौड़ाई 181 फीट और ऊंचाई 115 फीट है। इसका अर्थ है दस मंजिल से भी ज्यादा। ये चर्च एक अन्य प्रसिद्द चर्च सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च और कॉन्वेंट के निकट स्थित है। कैथेड्रल ऑफ सेंटा कैटरीना, कैथेरीन को समर्पित चर्चों के समूह का एक हिस्सा है जिनमें से ज्यादातर ब्राजील में हैं।
कैसीनो रॉयल
वास्तव में भारत में जुआ एक खेल के रूप में विकसित नही हुआ, ये अच्छा है या बुरा ये अपने अपने सोचने की बात है। इसका अनुभव आप एक तैरते हुए कैसीनो में ले सकते हैं जिसे कैसीनो रोयल कहा जाता है। ये जहाज मांडोवी नदी में तैनात है और ये सागर की ओर बढ़ता है जहां से सब मजा शुरू होता है। कैसीनो रोयल के कुछ प्रमुख खेल हैं अमेरिकन रौलेट, पोकर, ब्लेक जैक, मनी व्हील, बक्कारत, पोंटून, करप्स और स्लॉट मशीन। यहां एक अलग वीवीआईपी गेमिंग कक्ष भी है।
रिस मगोस किला
इस किले का निर्माण साल 1551 में हुआ और तथ्य ये है कि अब इसके खंडहर ही शेष हैं लेकिन इससे इसका भव्य और शानदार पर्यटन मूल्य कम नही हो जाता। मांडोवी नदी के किनारे उत्तर की ओर स्थित इस किले का निर्माण सुलतान आदिल शाह ने करवाया था। कई सालों तक इस किले ने पुर्तगाली शासकों के लिए एक दुर्जेय चेक पोस्ट की तरह कार्य किया जिससे वो पड़ोसी राज्यों से अपने क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित करते थे।
रिस मगोस चर्च
रिस मगोस चर्च का निर्माण साल 1555 में हुआ और ये चर्च सेंट जेरोम को समर्पित है। इस चर्च में हर साल 6 जनवरी को 3 बुद्धिमान व्यक्तियों या तीन बुद्धिमान राजाओं का उत्सव मनाया जाता है। संक्षेप में इसके प्रमुख फ्रांसीसी भिक्षु थे, जो सुदूर पूर्व में अपने धर्म के प्रसार के लिये आए थे। कुछ इतिहासकार ये बताते हैं कि ये चर्च एक प्राचीन मंदिर पर बना हुआ है जिसके सबूत यहां की नक्काशियों और शिलालेखों में मिलते हैं जिसमें एक बैठे हुए शेर की मूर्ति शामिल है जो आमतौर पर हिंदू मंदिरों में पाई जाती है।
सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च
सेंट फ्रांसिस असीसी चर्च का निर्माण साल 1500 में हुआ और इसका मूल आठ फ्रांसीसी भिक्षु थे। ये चर्च लेटराईट से बना है और हजारों ईसाई और गैर ईसाई पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। पर्यटक इस चर्च की वास्तुकला के तुस्कान और मेनूलाइन बुनियादी बातों पर अचम्भा करते हैं। मूल रूप से 8 फ्रांसीसी भिक्षुओं द्वारा बनाया गया ये चर्च साल 1961 में समाप्त कर दिया गया और आज जिसे सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च के नाम से जाना जाता है की स्थापना की गई है।
बम्बोलिम चर्च
बम्बोलिम चर्च बम्बोलिन गांव में स्थित स्थानीय चर्च है जो कि अवर लेडी ऑफ बेलेम या बेथलेहेम के नाम से भी जाना जाता है। गोवा के अन्य चर्चों के विपरीत इस चर्च की देखभाल अच्छे से की गई है और ये अपेक्षाकृत नया है। इस चर्च की बड़ी ढालूदार छत और और साफ सफेद रंग पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और इस क्षेत्र के निवासियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।