Teerth Yatra

Dharamshala in Mathura: मथुरा में एक से बढ़कर एक हैं धर्मशाला

Dharamshala in Mathura :  मथुरा में तीर्थयात्री अक्सर ही धर्मशालाओं में ठहरना पसंद करते हैं. इसकी एक वजह तो धर्मशालाओं का सस्ता होना है और दूसरी वजह वहां आध्यात्मिक माहौल का होना भी है. मथुरा में एक से बढ़कर एक कई धर्मशालाएं हैं, जहां तीर्थयात्री ठहरकर अपनी यात्रा को और भी बेहतरीन बना सकते हैं. आइए जानते हैं इस आध्यात्मिक नगरी में मौजूद धर्मशालाओं के बारे में…

ठहरने के लिए मथुरा में धर्मशाला || Dharamshala in Mathura to stay

बिरला मंदिर धर्मशाला || Birla Mandir Dharamshala

बस स्टैंड से 5 किमी दूर, बिरला मंदिर धर्मशाला में एसी और नॉन एसी कमरे हैं. यहां, साथ ही सामुदायिक हॉल भी हैं. मथुरा में रहने के लिए यह एक सुंदर स्थान है क्योंकि मथुरा और वृंदावन के सभी स्थान यहां से आसानी से पहुंचा जा सकता है.

मथुरा रेलवे स्टेशन – 6 किमी
आगरा हवाई अड्डा – 68 किमी
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली – 173 किमी

राधेश्याम यात्री धर्मशाला || Radheshyam Yatri Dharamshala

बांके बिहारी मंदिर से सिर्फ 550 मीटर की दूरी पर स्थित श्री राधेश्याम यात्री निवास में दो, तीन और चार बिस्तरों वाले गैर एसी और कमरे उपलब्ध हैं. भोजन पास में उपलब्ध है.

मथुरा रेलवे स्टेशन – 11.9 किमी

दिल्ली हवाई अड्डा – 144 किमी

Vrindavan Travel Blog : डिटेल में जानें वृंदावन के बारे में पूरी जानकारी

मधुसूदन कृपा धर्मशाला || Madhusudan Kripa Dharamshala

मधुसूदन कृपा धर्मशाला बस स्टैंड से केवल 1.5 किमी दूर और बंगाली घाट के पास स्थित मधुसूदन कृपा धर्मशाला में दो, तीन और चार बिस्तरों वाले एसी और गैर एसी कमरे उपलब्ध हैं. यहां के कमरे साफ और अच्छी तरह से बनाए हुए हैं.

मथुरा रेलवे स्टेशन – 4 किमी
आगरा हवाई अड्डा – 68 किमी
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली – 173 किमी

श्री तिलकद्वार अग्रवाल धर्मशाला || Shri Tilakdwar Agarwal Dharamshala

श्री तिलकद्वार अग्रवाल धर्मशाला होली गेट बस स्टैंड से 0.6 किमी और रेलवे स्टेशन से 3.5 किमी दूर, श्री तिलक द्वार अग्रवाल धर्मशाला में मेहमानों के लिए एसी और नॉन एसी कमरे हैं. भोजन उपलब्ध हैं.

मथुरा रेलवे स्टेशन – 3.5 किमी

आगरा हवाई अड्डा – 68 किमी

इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली – 173 किमी

अग्रवाल अतिथि भवन ||Agarwal Guest House

बस स्टैंड से 1.8 किमी और श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर से 1 किमी.अग्रवाल अतिथि भवन मेहमानों के लिए दो, तीन और चार बिस्तरों वाले कमरे उपलब्ध कराता है. यहां भोजन उपलब्ध है.

मथुरा रेलवे स्टेशन – 3 किमी
आगरा हवाई अड्डा – 68 किमी
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली – 173 किमी

Shri Krishna Janmabhoomi: मथुरा में जहां जन्में श्री कृष्ण जानें वहां के बारे में रोचक Facts

नंदूबेन राघवजीभाई भालोदिया भवन || Duben Raghavjibhai Bhalodiya Bhawan

मथुरा बस स्टैंड से 6 किमी की दूरी पर स्थित, नंदूबेन राघवजीभाई भालोदिया भवन दो बिस्तरों वाले एसी और गैर एसी कमरे के साथ-साथ छात्रावास भी प्रदान करता है. भोजनालय में भोजन परोसा जाता है. वाहनों के लिए पार्किंग की जगह उपलब्ध है.

मथुरा में पर्यटन स्थल || Tourist places in mathura

वृंदावन उत्तर प्रदेश का एक शहर है और भारत के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है. द्वारका जाने से पहले भगवान कृष्ण ने अपने जीवन का प्रारंभिक भाग यहीं बिताया था. यहीं पर उन्होंने राधा रानी और गोपियों के साथ रास लीला की.

वृंदावन बृजभूमि के नाम से जाना जाने वाला एक हिस्सा है. इस पवित्र भूमि में वृंदावन के साथ-साथ सबसे अधिक श्रद्धालु मथुरा, बरसाना, गोवर्धन, नंदगांव और अन्य स्थानों पर जाते हैं. यहां सैकड़ों मंदिर हैं.

गोकुल में घूमने के स्थान, श्रीकृष्ण की भूमि एक भक्त की खुशी है. कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का समय गर्मियों में सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और शाम 4:00 बजे से रात 9:30 बजे तक और सर्दियों में शाम 5:30 से 12:00 बजे तक और दोपहर 3:00 बजे से 8:30 बजे तक है.

गोवर्धन परिक्रमा का भक्तों के लिए विशेष महत्व है. विश्राम घाट, मथुरा एक ऐसी जगह है जहां आप घंटों बैठ सकते हैं. अगर आपके पास वक्त कम है तो आप एक दिन की मथुरा वृंदावन यात्रा का विकल्प भी चुन सकते हैं.

कैसे पहुंचे मथुरा || How to reach Mathura

मथुरा से नजदीकी एयरपोर्ट आगरा हवाई अड्डा है. यह लगभग 60 किलोमीटर दूर है. आगरा से मथुरा की दूरी भी लगभग इतनी ही है. दिल्ली से मथुरा की दूरी लगभग 180 किमी है. कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे से ये दूरी घटकर लगभग 151 किलोमीटर की हो जाती है. दिल्ली से मथुरा तक टैक्सी, बस सेवा आसानी से उपलब्ध है. मथुरा से वृंदावन की दूरी 12 किमी है.

Recent Posts

जानें, कल्प केदार का इतिहास: पांडवों से जुड़ी पौराणिक कथा

Kalp Kedar : कल्प केदार उत्तराखंड राज्य में स्थित एक रहस्यमय और अलौकिक तीर्थस्थल है,… Read More

2 days ago

धराली गांव में फटा बादल: एक प्राकृतिक आपदा जिसने मचाई तबाही

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले का धराली गांव एक बार फिर प्राकृतिक आपदा का शिकार हुआ… Read More

3 days ago

Delhi Chhatarpur Temple: इतिहास, वास्तुकला और यात्रा की पूरी जानकारी

Chhatarpur Mandir जिसे छतरपुर मंदिर कहा जाता है, दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध और भव्य मंदिरों… Read More

3 days ago

Partywear Dresses for Women: हर मौके के लिए परफेक्ट लुक गाइड

Partywear dresses for women के लिए एक complete guide – जानें कौन-से आउटफिट्स पहनें शादी,… Read More

4 days ago

What to Do During Suhagrat : सुहागरात में क्या करें? आइए जानते हैं विस्तार से

दोस्तों सुहागरात न सिर्फ रिश्ते की नई शुरुआत होती है बल्कि ये पति और पत्नी… Read More

5 days ago

Gates of Delhi: दिल्ली के 8 ऐतिहासिक शहर और उनके दरवाज़े

Gates of Delhi : दिल्ली एक ऐसा शहर जिसने सदियों से इतिहास के कई पन्नों… Read More

6 days ago