Dangerous Roads in India: यहां चलना भयानक सपने जैसा है!
भारत की कुछ सड़कों पर गाड़ी चलाना पतली सड़कों पर चलने जैसा होता है। कई बार आपको बहुत ही सावधानी से गाड़ी चलानी पड़ती है, क्योंकि सड़कों की हालत ही कुछ ऐसी है। इन सड़कों पर गाड़ी चलाने से ड्राइवर के सब्र का इम्तिहान हो सकता है। लेकिन जिन सड़कों के बारे में हम बात करने जा रहे हैं अगर आपने उन पर गाड़ी चलाई तो आपको सरकार से मेडल मिलना चाहिए। तो आइए आपको ऐसी कुछ सड़कों और हाईवे के बारे में बताते हैं।
Zoji La Pass

एक बार भी अगर आपकी पलक झपकी या ध्यान हटा तो गाड़ी सीधे 3528 मीटर नीचे जा सकती है। Zozi La Pass देश की सबसे खतरनाक सड़कों में से एक है, जो कि पूरे साल काफी तंग रहती है। इस रोड पर आपको श्रीनगर से लेह की यात्रा करते वक्त जाना होगा। ये लद्दाख और कश्मीर के बीच का सबसे अहम लिंक है।
Neral-Matheran Road



इस सड़क पर गाड़ी चलाते वक्त आपकी जान आपके मुंह में आ जाएगी। ये सड़क मक्खन की तरह smooth है लेकिन आप यहां पर रफ्तार से गाड़ी नहीं चला सकते हैं, क्योंकि सड़क काफी पतली है।
NH-22



National Highway 22 के लिए अगर हम Highway to hell का नाम रखें तो वो ज्यादा सही रहेगा। ये भारत के सबसे खतरनाक हाईवे में से एक है। इसमें आपको पहाड़ों में से कट मारने पड़ते हैं। NH 22 को हिस्ट्री चैनल के IRT Deadliest Roads टीवी शो में भी दिखाया गया है। इसकी खराब maintenance और condition इसे और बुरा बनाती है।
Chang La



इस रास्ते से गुजरते वक्त ड्राइवरों की सांसें रुक जाती हैं। ये पूरे साल बर्फ से ढका रहता है और चीनी सीमा के पास होने की वजब से सेना का हर वक्त यहां पर पहरा रहता है। यहां जाने वालों को ये सलाह दी जाती है कि ज्यादा गर्म कपड़े और एक मेडिकल किट अपने साथ रखें।
Leh-Manali Highway



इस रास्ते पर चलना काफी दर्द देता है क्योंकि यहां पर आपकी रफ्तार कछुए से भी धीमी रहती है। इस हाईवे पर काफी ज्यादा ट्रैफिक जाम लगा रहता है। जब बर्फ से लदी ये सड़क पिघलती है, तो कई बार ट्रक और गाड़ियों को नुकसान होता है।
Munnar Road



Neral-Matheran Road की तरह ही मुन्नार रोड में भी मोड़ और ऊंची ढलानें हैं। ताजी चाय की पत्तियों की मीठी खुशबू आपकी ड्राइव को अच्छा बनाएगी लेकिन आप लापरवाह ड्राइवरों से परेशान हो सकते हैं।
Three level Zig Zag Road



सिक्किम में स्थित ये Spiral सड़कें काफी सुंदर नजारों को दर्शाती गै। समुद्र तल से 11,200 फीट ऊपर ये सड़क आपको हिमालय का सबसे अच्छा दृश्य देगी। घुमावदार सड़कें आपके सिर में चक्कर ला देंगी भले ही आप पीछे की सीट पर बैठे हों। इस रास्ते से जाने के लिए विशेष परमिट की जरूरत है, क्योंकि ये सड़क दिल के मरीजों के लिए नहीं है।
Khardung La Pass



सेना की निगरानी में ये पास हेयरपिन मोड़ से ढका हुआ है, जिसमें सबसे अनुभवी चालक भी डर जाते हैं। Khardung La Pass आपको नुब्रा घाटी में प्रवेश करवाता है। साथ ही कठोर परिस्थितियों के कारण अक्टूबर से मई तक ये रास्ता बंद रहता है।
Kishtwar-Kailash Road
साल 2013 में एथलीट मिक फाउलर और उनके साथी पॉल रामड्सन ने सबसे खतरनाक Kishtwar-Kailash Road से अपना रास्ता बनाया था। ये इतना खतरनाक है कि आपके जीपीएस को काम करने से रोक देगा। यहां की चढ़ाई बहुत ही भयानक है और जल्दबाजी में किया गया एक कदम आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
Rajmachi Road



Sahyadris में बनी इस सड़क पर बाईक वालों की और ट्रेकिंग करने वालों की वजह से परेशानी बनी रहती है। मॉनसून के मौसम में ये रास्ता काफी ज्यादा फिसलन से भर जाता है। जो कि राइडर्स के लिए मुश्किल भरा हो सकता है।
Kinnaur Road



Kinnaur Road आपको अपनी cliff hanging ड्राइव से हैरान कर देगी। एक छोटी सी गलती और आप बसपा नदी में चले जाएंगे, जो आपको निगलने में कोई समय नहीं लगाएगी। भारी बर्फबारी के दौरान घाटी की सड़कें बंद रहती है। अगर आपको कभी इस रास्ते से गुजरने का मौका मिलता है तो कृपया खतरनाक टारंडा ढांक के आसपास ज्यादा सावधानी बरतें।
Nathu La Pass



इस पास को दुनिया की सबसे ऊंची मोटर योग्य सड़क कहा जाता है। ये चीन और भारत के बीच 3 खुली व्यापारिक सीमा चौकियों में से एक है और ये सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 54 किलोमीटर पूर्व की ओर स्थित है और तिब्बत की राजधानी ल्हासा से 430 किलोमीटर की दूरी पर है। बड़े पैमाने पर भूस्खलन और बर्फ के कारण यहां पर सड़क बंद हो जाती है, जिससे यहां एक बुरा अनुभव होता है।
Valparai Tirupati Ghat



पृथ्वी पर सबसे ज्यादा भीड़ वाले मंदिर तक पहुंचना आसान नहीं है। तिरुपति में एक घाट है जो कि काफी जोखिम भरा हुआ है और दुर्घटनाओं का खतरा है। आपको मोड़ से गुजरते वक्त अतिरिक्त सावधानी रखनी होगी और सड़कों पर प्रचुर मात्रा में मुड़ना होगा।
Pune-Mumbai Expressway



भूस्खलन के अलावा पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे में लापरवाह ड्राइवरों की भी भरमार है। जो कि ओवरटेक के कारण गंभीर दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। ऐसे मामले भी हैं जहां पर वाहन चालक थकान और नींद की कमी के कारण Steering Wheel के पीछे ही सो गया हो। जनवरी 2006 से अगस्त 2014 के बीच में इस एक्सप्रेसवे पर लगभग 14,186 दुर्घटनाएं हुईं है और जनवरी 2006 से जून 2013 के बीच में 925 लोगों की मौत हुई है। इनमें से 60% दुर्घटनाएं लापरवाही और गलतियों की वजह से हुई है।
Killar-Kishtawar
Killar-Kishtawar पर गाड़ी चलाना काफी मुश्किल है। यहां पर गाड़ी चलाने में ऐसा लगता है कि आप मानो वीडियो गेम में गाड़ी चला रहे हैं। जिसमें एक पलक झपकी और आपकी जान जा सकती है।