Jaisalmer Tour : these things make Jaisalmer the best tourist destination
Jaisalmer Tour Guide – राजस्थान की खूबसूरती और संस्कृति अपने अंदर समेटे जैसलमेर वाकई बेहद शानदार जगह है. भले ही ये गर्म रेगिस्तान मौसम के मामले में आपको थोड़ा परेशान कर दे, लेकिन इसकी खूबसूरती कई देसी और विदेशी टूरिस्ट को अपनी ओर आकर्षित करती है. यहां के महल, यहां का रेगिस्तान, एडवेंचर स्पोर्ट, ऊंठ की सवारी सब कुछ एक अलग एक्सपीरियंस देगा और आप यहां कई यादें समेट कर जा सकती हैं.
संकरी गलियों वाले जैसलमेर के ऊंचे-ऊंचे भव्य आलीशान भवन और हवेलियां पर्यटकों को मध्यकालीन राजशाही की याद दिलाती हैं. शहर इतने छोटे क्षेत्र में फैला है कि पर्यटकों यहां पैदल घूम सकते हैं. माना जाता है कि जैसलमेर की स्थापना भाटी, राव जैसल ने 12 वीं शताब्दी में की थी. इतिहास की दृष्टि से देखें तो जैसलमेर शहर पर खिलजी, राठौर, मुगल, तुगलक आदि ने कई बार आक्रमण किया था. इसके बावजूद जैसलमेर के शाही भवन राजपूत शैली के सच्चे निर्देशक हैं.
Jaipur Tour Guide – पिंक सिटी में घूमने लायक 12 जगहें, यहां के Forts की दुनिया है दीवानी
Jaisalmer Tour Guide – अगर आप जैसलमेर घूमने जा रहे हैं तो हो सकता है कि आपको यहां की खास चीज़ों के बारे में न पता हो जैसलमेर ट्रिप पर जाने वाले हर व्यक्ति को ये खासियत जरूर पता होनी चाहिए. ये सभी चीज़ें जैसलमेर को बनाती हैं बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन.
जैसलमेर किला थार मरुस्थल के त्रिकुटा पर्वत पर खड़ा है और यहां काफी इतिहासिक लड़ाईयां भी हुई है. किले में भारी पीले रंग के बलुआ पत्थरो की दीवारे बनी है. दिन के समय सूरज की रौशनी में इस किले की दीवारे हल्के सुनहरे रंग की दिखती है. इसी कारण से यह किला सोनार किला या गोल्डन फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है. यह किला शहर के बीचोबीच बना हुआ है और जैसलमेर की इतिहासिक धरोहर के रूप में लोग उस किले को देखने आते है.
जयपुर (Jaipur) में है बंदरों का अनूठा मंदिर, घूमना चाहेंगे आप?
अगर आप एडवेंचर स्पोर्ट्स की शौकीन हैं या फिर आपके घर में कोई शौकीन है तो पैरासेलिंग का मज़ा रेगिस्तान में लिया जा सकता है. सुनहरी रेत के ऊपर उड़ने का मज़ा ही कुछ और होगा. एडवेंचर ट्रिप प्लान की जा सकती है और ऐसे में पूरे शहर और रेगिस्तान का व्यू दिखेगा. ये आपकी ट्रिप को और यादगार बना देगा.
भले ही ये रेगिस्तान है लेकिन यहां भी नाव की सवारी का लुत्फ लिया जा सकता है. ये सुबह 7 से शाम के 7 बजे तक होता है और आपको यहां मज़ा काफी आएगा. यहां मोटरबोट से लेकर शांत नौका सवारी तक सब मिलेगा और इसकी खूबसूरती तो देखते ही बनती है. अपना कैमरा साथ ले जाना न भूलिएगा क्योंकि ये तालाब और इसके आस-पास की बिल्डिंग और महल का नजारा कुछ अनोखा सा है.
अगर जैसलमेर जा रहे हैं तो यकीनन एक रात तो आपको रेगिस्तान में कैम्पिंग करनी चाहिए. रेगिस्तान जैसलमेर शहर से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है. यहां कई लग्जरी और मीडियम रेंज कैम्प मौजूद हैं. चांदनी रात में सितारों को देखते हुए रेगिस्तान में कैम्पिंग करने का मज़ा ही कुछ और होगा. इसे भी आपको पहले से बुक करवाना पड़ेगा.
कुलधरा गांव राजस्थान राज्य में जैसलमेर से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. कहते हैं कि इस गांव को 12वीं शताब्दी के अंतिम दौर में पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा बसाया गया था. साल 1825 से इस गांव कोई नहीं रहता है. यह एक डरावना गांव है, जहां पर्यटकों को सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच ही जाने की अनुमति है. 200 वर्ष पुराने मिट्टी के घरों को यहां देखा जा सकता है. इस गांव के निवासी रातोंरात इस स्थान को छोड़कर कहां चले गए, इस बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं मिलती है. गांव के लोग कहां गए, किसी को नहीं पता लेकिन माना जाता है कि पालीवाल ब्राह्मण जब गांव छोड़कर जा रहे थे तब उन्होंने गांव को शाप दिया था. 1825 में गांव से जाते समय ब्राह्मणों ने शाप दिया था कि इस जगह पर जो भी बसेगा, बर्बाद हो जाएगा. तब से यह गांव दोबारा कभी नहीं बस सकायह गांव कभी पूरी तरह खुशहाल और बसा हुआ था, इस बात की गवाही यहां के खंडहर देते हैं. करीब दो सदी से अधिक समय से सूना पड़ा यह गांव, उस दौर के घरों के खंडहर आज भी संजोए हुए है.
जनवरी-मार्च तक यहां ठंड पड़ती है और तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. अप्रैल-जून तक यह खूब तपता है और औसत तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रहता है. इस मौसम में सूर्य सिर पर होता है और उसकी किरणों थार के रेगिस्तान पर पड़ती है तो सुनहरी रेत को देख ऐसा लगता है मानो चहुंओर सोने के कण बिखरे पड़े हों. ऐसे मनमोहक दृश्य का आनंद लेने के लिए पर्यटक भीषण गर्मी की भी परवाह नहीं करते और यहां घुमक्कड़ी करते फिरते हैं. अक्टूबर से दिसंबर तक मानसून और ठंड के बीच के मौसम में यहां आप ठंड और बारिश दोनों तरह के मौसम का आनंद उठा सकते हैं.
By Air – जैसलमेर हवाई मार्ग से सीधे जुड़ा हुआ नहीं है. जैसलमेर से लगभग 300 कि.मी. दूर स्थित जोधपुर हवाई अड्डा, रेगिस्तान की भूमि के पास हवाई अड्डा है. जोधपुर एयरपोर्ट से पर्यटक शहर पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.
By Train – जैसलमेर की भारत के सभी महत्वपूर्ण शहरों के साथ कनेक्टिविटी है. जैसलमेर पहुंचने के लिए दिल्ली, जयपुर और जोधपुर की सीधी ट्रेनें मिल जाएगी. जैसलमेर भारत की सबसे शानदार ट्रेन “पैलेस ऑन व्हील्स” से यात्रा के प्रमुख स्टेशनों में से एक है.
By Road – जैसलमेर शहर NH-15 पर स्थित है. राजस्थान रोडवेज के डीलक्स और साधारण बसों के साथ-साथ कई निजी ऑपरेटर जैसलमेर को देश के सभी महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ते हैं. बस टर्मिनस से, यात्री अपने होटल या घूमने की जगहों तक पहुंचने के लिए परिवहन के स्थानीय साधनों का फायदा उठा सकते हैं.
Iran Travel Blog : ईरान, जिसे पहले फारस (Persia) के नाम से जाना जाता था,… Read More
Pahalgam Travel Guide : भारत के जम्मू-कश्मीर में स्थित पहलगाम (Pahalgam) उन चंद जगहों में… Read More
Haifa Travel blog: इजरायल और ईरान युद्ध में जिस एक शहर की चर्चा सबसे ज्यादा… Read More
Jagannath Puri Temple, ओडिशा का एक ऐसा धार्मिक स्थल है जो न केवल आस्था बल्कि… Read More
उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल केदारनाथ तक पहुँचने के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु Helicopter Services… Read More
Air travel को भले ही आज सबसे सुरक्षित transport modes में गिना जाता है, लेकिन… Read More