दुनिया में कहां- कहां पर हैं Penis Temple, क्या है मान्यताएं ?
लिंग की पूजा केवल हिंदुस्तान में ही नहीं होती है बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी लिंग पूजा का चलन है। कई प्राचीन सभ्यताओं में इस तरह की पूजा को प्रजनन क्षमता से जोड़कर देखा जाता है। आज भी इस प्राचीन परंपरा का प्रचलन है। हम आपको दुनिया की ऐसी 15 जगहों के बारे में बताने जा रहे है जहां पर लिंग की पूजा की जाती है।
Kanamara Matsuri Kawasaki, Japan: जापान अपने अनोखे रीति-रिवाजों के लिए जाना जाता है। ये देश बाकी देशों की राह से हटकर चलता है। जापान में कानामारा मत्सूरी फेस्टिवल एक ऐसा फेस्टिवल है जिसे Festival Of The Steel Phallus के नाम से जाना जाता है। अप्रैल के पहले रविवार को मनाया जाने वाला यह त्यौहार प्रजनन को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। जापान के कपल्स इस त्यौहार को बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं।
Chao Mae Tuptim Shrine- Bangkok, Thailand: थाईलैंड के बैंकॉक में चाओ देवी का अनोखा मंदिर बना हुआ है। ये मंदिर स्यान नदी के किनारे बसा हुआ है। इस मंदिर में चाओ माई तुप्तिम की पूजा होती है। इस मंदिर में श्रद्धालु देवी को लकड़ी, पत्थर और रबड़ के बने लिंग चढ़ाते हैं। चाओ माई तुप्तिम को प्रजनन शक्ति की देवी माना जाता है। इस मंदिर में पूर्वी एशिया के कई देशों सहित थाईलैंड से श्रद्धालु आकर अपने लिए प्रजनन शक्ति की प्रार्थना करते हैं और इन्हें चढ़ावे के रूप में लिंग भेंट करते हैं। ऐसा बताया जाता है कि एक बार किसी महिला ने संतान प्राप्ति की इच्छा से यहां पर लकड़ी का लिंग भेंट किया उसके बाद वह गर्भवती हो गई। एक दूसरे से सुनकर इस कहानी का प्रचार होता चला गया और यहां लिंग चढ़ाने की परंपरा शुरू हो गई।
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Jeju Loveland Jeju Island: दक्षिण कोरिया के जेजू द्वीप पर जेजू लवलैंड बसा हुआ है। इस शिल्प उद्यान में कई कामुक मूर्तियां लगी हुई है। उद्यान में कई यौन आसनों में लिप्त 140 प्रतिमाएं लगाई गई हैं। यहां अक्सर नवविवाहित जोड़े घूमने आते हैं। बच्चों का यहां आना मना है।
Bhutan Phallic Murals Thimphu: भूटान में लिंग चित्र खास प्रतीकों में से एक है । जिनकी उत्पत्ति पूर्व राजधानी पुनाखा के पास चीनी लाखान मठ में हुई थी। भूटान के विशेष रूप से गांव के घरों और बिल्डिंगों की दीवारों पर चित्रित किया जाता है। मुख्य रूप से बौद्ध आबादी के लिए पुरूष अंग प्रजनन और दुष्ट आत्माओं से रक्षा का प्रतीक है। मान्याता के मुताबिक 15वीं शताब्दी के बौद्ध शिक्षक दुप्पा कुंडली ने लिंग पूजा की शुरूआत की थी। जिन्होंने दावा किया था कि उन्होंने दुष्ट आत्माओं से लड़ाई की थी।
The Icelandic Phallological Museum: एक मजाक के तौर पर शुरू हुआ यह संग्रहालय अब दुनिया भर में लिंग के सबसे बड़े संग्रहालय के तौर पर जाना जाता है। इस संग्रहालय में 93 विभिन्न प्रजातियों के जानवरों के 282 से ऊपर लिंग संग्रहित किए गए हैं।
The Kharkhorin Rock-Erdene Zuu Monastery, Mongolia: मंगोलिया में एक बहुत बड़े पत्थर का लिंग स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य यह था कि बौद्ध भिक्षुओं को अपने ब्रहमचर्य जीवन का स्मरण रहे। विडंबना यह है कि ये अब एक धार्मिक स्थल में तब्दील हो चुका है। लोग यहां यौन आजादी और प्रजनन क्षमता का जश्न मनाते हैं।
Honen Matsuri Komaki, Japan: कनमारा मत्सूरी की तरह जापान के कोमाकी में भी हर साल 15 मार्च को प्रजनन क्षमता की प्रतिष्ठा स्थापित करते हुए लिंग की पूजा की जाती है।
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The Cerne Abbas Giant Dorset, England: इंग्लैंड के डोरसेट के द सर्न अब्बास में प्रजनन क्षमता के प्रतीक के तौर पर चॉक से एक नग्न पुरुष की आकृति बनाई गई है। ऐसी मान्यता है कि इस आकृति के ऊपरी हिस्से पर सेक्स करने से इनफर्टिलिटी की समस्या का समाधान होता है।
Bourani Festival Tyrnavos, Greece: ग्रीस के टायर्नवोस में हर साल बोरानी फेस्टिवल मनाया जाता है। इस त्यौहार पर लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ इकठ्ठा होते हैं, और अश्लील गाने और लिंग प्रतिकृतियों से एक-दूसरे को चिढ़ाते हैं।
Museum of Sex: म्यूजियम ऑफ सेक्स न्यूयॉर्क सिटी में स्थित है। ये म्यूजियम 2002 में खोला गया था। इस म्यूजियम में मानव की सेक्सुअलिटी के इतिहास, विकास और सांस्कृतिक महत्व को प्रदर्शित किया गया है। यहां लगातार प्रदर्शनी आयोजित की जाती है। जिसे देखने के लिए दुनिया भर के जिज्ञासु पर्यटक आते रहते हैं।
Phra Nang Cave Krabi Province: ये गुफा थाइलैंड में है, स्थानीय लोगों के मुताबिक, गुफा में लिंग की आकृति का स्टैचू रखने से समुद्री यात्रियों की सुरक्षा होती है। ऐसा बुरी आत्माओं को आकर्षित करने के लिए किया जाता है।
Khalid Nabi Cemetery Golestan province: ईरान के गोलेस्तान प्रांत में खालिद नबी सेमेट्री स्थित है। ये कब्रिस्तान गोर्बाबाद-ए- कावस शहर से करीब 60 कीलोमीटर दूर उत्तर- पूर्व में है। इस कब्रिस्तान में लिंग और ब्रेस्ट के आकार में करीब 600 शिलाकृतियां हैं। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि कब्रिस्तान को मध्य एशिया और भारत के लोगों द्वारा पूजा करते हुए बनाया गया था, हालांकि इसका निर्णायक प्रमाण मौजूद नहीं है।
Mara Kannon Fertility Shrine Tawarayama: मारा कन्नोन फर्टिलिटी श्राइन जापान में स्थित है। बताया जाता है कि यहां के एक शासक के बेटे की हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद उसकी आत्मा को खुश करने के लिए 1551 में इस श्राइन को स्थापित किया गया था। मां-बाप बनने की इच्छा रखने वाले कपल्स के बीच यह श्राइन काफी लोकप्रिय है।
Haesindang Park—Sinnam, South Korea: इस पार्क को एक युवा महिला की भावना को खुश करने के प्रयास में, ग्रामीणों ने समुद्र तट पर कई विशाल लिंग मूर्तियों को खड़ा किया।