Suraj Tal Travel : सूरज ताल एक ऐसी झील है. जिसे भारत की तीसरी सबसे बड़ी झील के रूप में जाना जाता है....
Suraj Tal Travel : सूरज ताल समुद्र तल से 4950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक ऐसी झील है, जिसे भारत की तीसरी सबसे बड़ी झील के रूप में जाना जाता है. स्पीति घाटी में स्थित सूरज झील का शाब्दिक अर्थ है, ‘सूर्य देवता की झील’. बारालाचा दर्रे के ठीक नीचे इस खूबसूरत झील को देखने के लिए आपको जरूर जाना चाहिए. इस ब्लॉग में हम आपको सूरज ताल से जुड़ी हर जानकारी देंगे…
यह जगह नेचर प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं. इस झील को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां डुबकी लगाने से पापों का नाश होता है. यह झील बहुत से लोगों को अपनी तरफ अट्रैक्ट करती है इसलिए इस झील को अध्यात्मिक माना जाता है. यह झील ज्यादा लोकप्रिय इसलिए भी है कि यह मनाली-लेह मार्ग के रास्ते में आती है, जो ट्रेकिंग और बाइक ट्रिप के लिए बेहद लोकप्रिय है. सूरज ताल झील एडवेंचर और अध्यात्मिक दोनों लोगों के लिए बेहद खास है.
अगर आप सूरज ताल झील के बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं तो इस लेख को जरूर पढ़ें इसमें हम आपको सूरज ताल झील के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं.
सूरज ताल ट्रेक एक लोकप्रिय ट्रेक है जो झील की यात्रा करने वाले पर्यटकों को बहुत पसंद है. ट्रेकिंग की शुरुआत स्पीति के एक कैंप हाउस से होती है, जिसे ज़िंगजिंगबार कहा जाता है. यह जगह झील से 18 .8 किलोमीटर दूर है. ज़िंगजिंगबर तक पहुंचने के लिए पर्यटकों को मनाली-लेह हाईवे के माध्यम से कार / टैक्सी से जाना पड़ता है.
ज़िंगजिंगबार पहुंचने के बाद ट्रेकर्स उत्तरी तट पर एक पुल को पार करने के लिए भागा नदी की ओर बढ़ना होता है, जिसकी दूरी लगभग 3 किमी है. नदी को पार करने के बाद पर्यटकों को 2. 5 किमी तक एक खड़ी पहाड़ी पर चढ़ना पड़ता है और इसके बाद सूरज ताल झील पहुंच जाते हैं.
अगर आप सूरज ताल झील के अलावा इसके आसपास के पर्यटन स्थलों की सैर करना चाहते हैं तो नीचे दी गई जानकारी को जरूर पढ़ें, यहाँ हम आपको सूरज ताल झील के पास प्रमुख के पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं.
चंद्रताल झील टूरिस्ट और ट्रेकर का स्वर्ग है. यह झील शक्तिशाली हिमालय में लगभग 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है.
यह झील तिब्बती व्यापारियों के लिए स्पीति और कुल्लू घाटी की यात्रा के दौरान एक अस्थायी निवास के रूप में काम करती है. यह झील दुनिया भर से एडवेंचर्स को पसंद करने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है. इस पवित्र झील के पानी का रंग दिन ढलने के साथ लाल से नारंगी और नीले से हरे रंग में बदलता रहता है. सूरज ताल झील से चंद्रताल झील की दूरी 37 किलोमीटर है.
ट्रांस-हिमालयी क्षेत्र में होने के कारण स्पीति क्षेत्र माउंटेन बाइकिंग के लिए सबसे अनुकूल है और किसी भी माउंटेन बाइकर की सबसे पहली पसंद है. यहां आप ऊंची सड़कों से बाइक पर यात्रा कर सकते हैं. स्पीति में माउंटेन बाइकिंग का मजा लेने का सबसे अच्छा समय जून से सितम्बर के महीनों के दौरान होता है.
काजा हिमाचल प्रदेश के कोने में स्पीति नदी के मैदानों पर एक शांत जगह है, जो पर्यटकों को अपनी आकर्षण से बेहद प्रभावित करती है. बर्फ से ढंके पहाड़ों, बस्तियों के साथ बहती नदियों और धाराओं और सुदंर नजारों से घिरा काजा एक सपने के सामान है. आपको बता दें कि काजा को दो भागों में विभाजित किया गया है जिसमें से एक को पुराने काजा और दूसरे को नए काजा कहा जाता है. प्रत्येक में क्रमशः सरकारी कार्यालय और राजा का महल है.
मठ, गोम्पा और अन्य ऐतिहासिक स्थल इस शहर के पुराने जादुई आकर्षण है. काजा आज आधुनिकता और अनूठी प्राचीन संस्कृति का अद्भुत मिश्रण है जो अपने रहस्य से किसी को भी मुग्ध कर देगा. काजा अपने रंगीन त्योहारों और शहर से 14 किमी दूर एक साइड घाटी में प्राचीन शाक्य तंगयूड मठ के लिए भी प्रसिद्ध है.
सूरज ताल कीलोंग से 65 किमी दूर है, जो लाहौल स्पीति जिले का जिला मुख्यालय है. यहां पर पर्यटक राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 21 के माध्यम से सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं, जिसको लेह-मनाली राजमार्ग के नाम से जाना जाता है. सूरज ताल झील की ओर जाने वाली सड़क बारालाचा-ला दर्रा से 3 किमी दूर है.
सूरज ताल झील का दौरा करने का सबसे अच्छा समय मई के मध्य से अक्टूबर के बीच होता है क्योंकि इन महीनों के दौरान मौसम गर्म होता है, इसके साथ ही ट्रेकिंग और बाइक की सवारी के लिए जाना आसान होता है क्योंकि इस मौसम में सड़क साफ होती है.
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