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Republic of molossia: सिर्फ 33 लोगों की आबादी वाला देश

एक वक्त था जब भारत की सीमाएं कन्याकुमारी से अफगानिस्तान तक फैली हुई थी। आपने दुनिया के कई बड़े-बड़े साम्राज्यों के बारे में सुना होगा। चंगेज खां जिसकी बादशाहत चीन से लेकर हिंदुस्तान तक फैली थी। तो वहीं मुगलिया सल्तनत जिसका विस्तार काबुल और कंधार से लेकर कर्नाटक तक हुआ पड़ा था। जहां इन राजाओं की सल्तनत हजारों किलोमीटर तक फैली थी। इन राजाओं की प्रजा में करोड़ो लोग हुआ करते थे।

वहीं आज बेशक ये देश बंट गए हैं और सारी पुरानी सल्तनतें बिखर गई हैं। भारत औऱ चीन आबादी के लिए एक दूसरे को टक्कर दे रहे हैं। तो वहीं एक सल्तनत ऐसी भी है जिसमें सिर्फ 11 लोग हैं और वहीं एक देश भी है जिसकी कुछ आबादी 33 है।

सबसे छोटा देश

सबसे पहले हम आपको बताते हैं उस देश के बारे में जिसमें सिर्फ 33 लोग रहते हैं। जी हां सबसे कम जनसंख्या वाले इस देश का नाम है मोलोसिया। इस देश के नाम से आप इसके काम का अंदाजा भी नहीं लगा सकते, कि ये देश बाकी देशों से कितना अलग है। इस देश की जनसंख्या इतनी कम हैं, कि हमारे देश भारत के कुछ परिवारों में ही इससे ज्यादा लोग मिल जाएंगे। न अरबों में, न खरबों में और न ही हजारों में इसकी आबादी है कुल 33 लोगों की। हो सकता है आपको इस बात पर भरोसा न हो इसलिए हम बताते हैं कि इस देश की इतनी कम जनसंख्या के पीछे का राज क्या है।

आपको बता दें कि मोलोसिया की कहानी साल 1977 की हैं। यहां के रहने वाले केविन बॉघ और उनके एक दोस्त के दिमाग में अमेरिका से अलग एक नया देश बनाने का विचार आया था। जिसके बाद बॉघ और दोस्तों ने मिलकर मोलोसिया नाम के एक देश की नींव रखी थी। तब से केविन बॉघ इस देश के राष्ट्रपति हो गए। उन्होंने खुद को इस देश का तानाशाह घोषित कर दिया। उनकी पत्नी देश की पहली महिला बनी।

इस देश की सबसे खास और अलग बातों में से एक ये है कि इस देश के राष्ट्रपति को न तो किसी तरह की सुरक्षा दी जाती है, कम जनसंख्या होने के कारण इस देश के लोगों की जिंदगी काफी आसान और खुशहाल भी है।

सबसे छोटी सल्तनत

ये तो बात हुई सबसे कम आबादी वाले देश की लेकिन आज हम आपको एक ऐसे राजा के बारे में भी बताएंगे जिसके राज में सिर्फ 11 ही लोग रहते हैं। जहां हमने बड़े बड़े राजाओं के बारे में पड़ा हैं, आज भी कई राजा विश्व में मौजूद हैं, लेकिन किसी की भी सल्तनत में इतनी कम आबादी नहीं होगी। हैरानी की बात तो ये है कि ये लोग भी पार्ट टाइम ही यहां पर रहते हैं। इस राज्य का राजा अपनी नाव और रेस्टोरेंट चलाता है। वो आमतौर पर हाफ पैंट और सैंडल पहन कर घूमता रहता है। इस किंगडम का नाम है किंगडम ऑफ टवोलारा।

इटली के सार्डीनिया के पास भूमध्य सागर में बना ये साम्राज्य एक छोटा-सा द्वीप है। ये किंगडम इटली के एक देश के रूप में अस्तित्व में आने से पहले से वहां पर मौजूद है। किंगडम ऑफ टवोलारा असल में टवोलारा नाम के एक छोटे से जजीरे में फैला हुआ है। इस साम्राज्य की कुल लंबाई और चौड़ाई 5 वर्ग किलोमीटर की है। किंगडम ऑफ टवोलारा के राजा का नाम एंतोनियो बर्तिलिओनी हैं। हालांकि एंतोनियो बर्तिलिओनी का रहना-सहना और खाना-पीना सब कुछ एक आम नागरिक की तरह ही है। उनके मुताबिक बतौर राजा उन्हें सिर्फ मुफ्त में खाने की सुविधा मिलती है। वो भी अपने ही रेस्टोरेंट में।

किंगडम ऑफ टवोलारा 180 साल पुराना साम्राज्य है। आज के वक्त में एक द्वीप पर बसे ऐसे साम्राज्य की बातें मजाक लगती हैं। लेकिन यहां के लोग और राजा एंतोनियो बर्तलिओनी इसे लेकर काफी गंभीर हैं। यहां के राजा और साम्राज्य का कई पुश्तों का इतिहास भी है। एंतोनियो बर्तलिओनी के परदादा के परदादा, गुसेप बर्तलिओनी साल 1807 में अपनी दो बहनों से शादी करके इटली से भाग आए थे। उस वक्त इटली एक देश नहीं हुआ करता था, बल्कि इसका सार्डीनिया सूबा एक अलग से साम्राज्य के रूप में आबाद हुआ था। यहां दो शादियां करना गुनाह था। इसीलिए गुसेप बर्तलिओनी भागकर इस द्वीप में आकर रहने लगे थे।

बेशक इस किंगडम में सिर्फ 11 ही लोग रहते हैं, लेकिन इसकी पहचान काफी ज्यादा है और कई सल्तनतों और देशों के साथ इसके रिश्ते हैं।


Taranjeet Sikka

एक लेखक, पत्रकार, वक्ता, कलाकार, जो चाहे बुला लें।

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