Nest Syndrome क्या है? जानिए क्यों 30-40 साल पुरानी शादियां हो रही हैं फेल, बुजुर्ग जोड़े भी ले रहे हैं तलाक
हिंदू धर्म में शादी को सात जन्मों का रिश्ता माना जाता है. लेकिन अब ये रिश्ता सात जन्म तो दूर, एक जन्म भी नहीं चल पा रहा है. शादी के बाद अगर रिश्ता ठीक से नहीं चल रहा तो लोग बिना झिझक अलग हो जा रहे हैं. अब तलाक लेना कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन ऐसा सिर्फ युवाओं में ही नहीं हो रहा है, बुजुर्ग भी तलाक लेकर अलग होने लगे हैं. पिछले 5 सालों में 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में तलाक के मामले दोगुने हो गए हैं. कपल आपसी सहमति से अलग हो रहे हैं. इसे ग्रे डिवोर्स कहते हैं. इस उम्र में तलाक के पीछे सबसे बड़ा कारण नेस्ट सिंड्रोम माना जा रहा है. आइए जानते हैं क्या है Nest Syndrome जो बुजुर्गों में तलाक की बड़ी वजह बन रहा है.
नेस्ट सिंड्रोम क्या है || What is Nest Syndrome?
नेस्ट घोंसला सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है, जिसमें माता-पिता अपने घर यानी अपने सपनों के घोंसले में अकेले रह जाते हैं. उनके बच्चे पढ़ाई और नौकरी के लिए घर छोड़ देते हैं. ऐसी स्थिति में सिंगल पैरेंट्स उदासी और अकेलेपन से पीड़ित होने लगते हैं. कई बार इस सिंड्रोम का शिकार होने के बाद भी लोग इसके लक्षणों को पहचान नहीं पाते.
ग्रे तलाक क्या है || What is gray divorce?
ग्रे तलाक एक ऐसी स्थिति है, जब लोग शादीशुदा जिंदगी में लंबा समय बिताने के बाद अलग हो जाते हैं. वे 50-60 साल की उम्र में तलाक लेकर अलग हो जाते हैं. इतने लंबे समय तक साथ रहने के बाद अलग होने को सिल्वर स्प्लिटर्स कहते हैं. पिछले कुछ सालों में ग्रे तलाक के मामले पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं.
देर से तलाक के क्या कारण हैं || What are the reasons for late divorce
बच्चों का विदेश जाना – जीवन के इस पड़ाव पर अलग होने का एक बड़ा कारण जीवन में अकेलापन है. ज्यादातर कपल्स के बच्चे या तो विदेश में सेटल हो जाते हैं या फिर काम के लिए किसी दूसरे शहर में जा बसे होते हैं. ऐसी स्थिति में माता-पिता अकेले रहते हैं और झगड़े बढ़ने पर अलग हो जाते हैं.
लगातार लगाव खत्म होना – एक निश्चित उम्र के बाद एक-दूसरे से लगाव खत्म होने लगता है. छोटी-छोटी बातों पर झगड़े बढ़ रहे हैं. कई बार लोग अपने परिवार की वजह से सबकुछ बर्दाश्त कर लेते हैं. लेकिन बच्चों के आत्मनिर्भर हो जाने के बाद दंपत्ति अलग होने का फैसला कर लेते हैं.
बच्चों का अलग होना- कई मामलों में पाया गया है कि शादी के बाद बच्चों ने अपने माता-पिता से दूरी बना ली है. उन्होंने उनके साथ अपने रिश्ते सीमित कर लिए हैं. इससे तनाव और टकराव बढ़ने लगता है. ऐसे में लोग अलग होने का फैसला कर लेते हैं.
उम्मीदें पूरी न होना- जब दो लोग साथ रहते हैं तो हमेशा उम्मीदें रहती हैं. शादी के बाद लोगों को एक-दूसरे से उम्मीदें रहती हैं. उन्हें पूरा करने में जिंदगी गुजर जाती है. लेकिन एक निश्चित समय के बाद उम्मीदों को पूरा करना मुश्किल हो जाता है और लोग अलग-अलग रहने लगते हैं.
एक्सट्रा मैरिड संबंध- अब शादी कोई बंधन नहीं रह गया है. लोग सोशल मीडिया पर लगे हुए हैं. नए-नए रिश्ते बन रहे हैं। किसी भी उम्र के लोग विवाहेतर संबंध बना रहे हैं। जो रिश्तों के टूटने का कारण बन रहा है.