Travel News

Delhi Flood 2023 : दिल्ली में बाढ़ क्यों आई है?

 Delhi Flood 2023 : 13  जुलाई को दिल्ली की सड़कों पर बाढ़ का पानी घुस गया, जिससे आईटीओ, सिविल लाइन्स जलमग्न हो गए, हालांकि मंगलवार के बाद से राष्ट्रीय राजधानी में तेज बारिश नहीं हो रही है.यमुना नदी के जल स्तर में वृद्धि बाढ़ का मुख्य योगदान कारक है जो हरियाणा में हाथीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने पर निर्भर है. लेकिन अगर हर मानसून में नियमित रूप से ऐसा होता है तो इस साल दिल्ली में बाढ़ क्यों आ रही है.

हथिनीकुंड से दिल्ली तक पानी पहुंचने में कम समय || Less time to reach water from Hathinikund to Delhi

केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, इस साल हंथनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में कम समय लगा. इसका रफ़्तार शायद बाढ़ क्षेत्र के अतिक्रमण के कारण पानी के गुजरने के लिए एक छोटा रास्तो छोड़ने के कारण अधिक था. नदी के तल को ऊपर उठाने वाली उच्च गाद भी बिना बारिश के दिल्ली में बाढ़ का एक अन्य कारण हो सकती है.

कम समय में ज्यादा बारिश  || More rain in less time

दिल्ली में शनिवार और रविवार को अत्यधिक बारिश हुई और राजधानी में 40 वर्षों में जुलाई का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया. रविवार को सुबह 8.30 बजे तक दिल्ली में 153 मिमी बारिश दर्ज की गई. केजरीवाल ने पहले कहा था कि दिल्ली ने पहले 24 घंटे में 100 मिमी बारिश झेली थी. लेकिन दिल्ली के सिस्टम इतनी बड़ी मात्रा में बारिश झेलने के लिए तैयार नहीं हैं. अगर इतनी ही बारिश कई दिनों में होती तो हालात नहीं बिगड़ते.

क्रॉस-सेक्शन, “सीडब्ल्यूसी के एक अधिकारी ने कहा “हमने देखा कि हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी को पिछले वर्षों की तुलना में दिल्ली पहुंचने में कम समय लगा. इसका मुख्य कारण समय-समय पर कूड़ा उठायाहो सकता है. पहले, पानी को बहने के लिए अधिक जगह मिलती थी. अब, यह एक छोटा क्षेत्र से होकर गुजरता है. नेशनल राष्ट्रीय राजधानी से लगभग 180 किलोमीटर दूर हरियाणा के यमुनानगर में बैराज से पानी दिल्ली तक पहुंचने में लगभग दो से तीन दिन लगते हैं.

बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसके चलते यमुना नदी के जलस्‍तर में भारी इजाफा हो सकता है. यही वजह है कि दिल्‍ली वालों की समस्‍या बढ़ना भी तय है.

केंद्रीय जल आयोग ने कहा, गुरुवार सुबह आठ बजे यमुना का जलस्तर 208.48 मीटर तक पहुंच गया. एमसीडी के मुताबिक, बाढ़ जैसी स्थिति के कारण दिल्ली के सिविल लाइंस जोन के निचले इलाकों में 10, शहादरा में 7 स्कूल आज बंद रहेंगे.  केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, आज शाम 4 बजे तक पानी का स्तर 208.75 मीटर तक बढ़ने की संभावना है.

भारी बारिश और हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से शहर के कई इलाके बाढ़ और जलभराव की चपेट में हैं.

खतरे के निशान से ऊपर है यमुना का जल स्‍तर || Yamuna’s water level is above the danger mark

दिल्‍ली में यमुना नदी का जलस्‍तर पहले ही खतरे के निशान से ऊपर है. हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लगातार यमुना में पानी छोड़ा जा रहा है. पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश का ही यह असर है कि बैराज पर ज्‍यादा पानी को रोका नहीं जा रहा है, जिसके चलते यमुना के बाढ़ क्षेत्र में पानी भरा हुआ है. अगर आगे भी ऐसे ही पानी छोड़ा जाता रहा तो दिल्‍ली वालों को बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है.

Delhi Metro Tickets via WhatsApp : अब वॉट्सऐप पर भी बुक कर सकते हैं टिकट,ये है तरीका

बढ़ने वाली है दिल्‍ली वालों की मुश्किलें || The difficulty of friends is going to increase

बारिश को लेकर इस ताजा अपडेट ने दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिंताएं भी बढ़ा दी होंगी. लगातार यमुना में छोड़े जा रहे पानी के कारण मुख्‍यमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर यह मांग की थी कि हथिनी कुंड बैराज से धीरे-धीरे पानी छोड़ा जाए. इसके बाद दिल्‍ली के सीएम को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने फोन कर कहा था कि पानी को स्‍टोर करने का कोई विकल्‍प नहीं है. हालांकि उन्‍होंने साथ ही यह भी बताया था कि हिमाचल ने हरियाणा को अब कम पानी यमुना नदी में छोड़ा है. लिहाजा धीरे-धीरे जल स्तर में कमी आना तय है. अब मौसम विभाग के ताजा अपडेट के बाद फिर से दिल्‍ली में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है

30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी मेट्रो || Metro will run at a speed of 30 kilometers per hour

डीएमआरसी ने कहा कि एहतियात के तौर पर सभी चार मेट्रो पुलों से ट्रेनें 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरेंगी. “यमुना के बढ़ते जल स्तर के कारण, एहतियात के तौर पर ट्रेनें नदी पर बने सभी चार मेट्रो पुलों से 30 किमी प्रति घंटे की प्रतिबंधित गति से गुजर रही हैं. सभी गलियारों पर सामान्य सेवाएं. ”

Railway Stations in Delhi : दिल्ली में हैं ये 10 रेलवे स्टेशन… इनके बारे में पढ़े हर डिटेल

भारी बारिश और हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे यमुना नदी के पास के कई निचले इलाके प्रभावित हुए हैं, जिससे सड़कों पर पानी जमा हो गया है, जलभराव की समस्या हो गई है और यातायात जाम हो गया है। शहर के उत्तर-पूर्व, पूर्व, मध्य और दक्षिण-पूर्व जिले बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हैं.

Recent Posts

ईरान में भारतीय पर्यटकों के लिए घूमने की बेस्ट जगहें और Travel Guide

Iran Travel Blog : ईरान, जिसे पहले फारस (Persia) के नाम से जाना जाता था,… Read More

4 days ago

Pahalgam Travel Guide : पहलगाम क्यों है भारत का Hidden Heaven? जानिए सफर से लेकर संस्कृति तक सब कुछ

Pahalgam Travel Guide : भारत के जम्मू-कश्मीर में स्थित पहलगाम (Pahalgam) उन चंद जगहों में… Read More

5 days ago

Haifa Travel blog: इजराइल के हाइफा से क्या है भारत का रिश्ता, गहराई से जानिए!

Haifa Travel blog: इजरायल और ईरान युद्ध में जिस एक शहर की चर्चा सबसे ज्यादा… Read More

6 days ago

Unmarried Couples का Entry Ban: आखिर क्या हुआ था Jagannath Temple में राधा रानी के साथ?

Jagannath Puri Temple, ओडिशा का एक ऐसा धार्मिक स्थल है जो न केवल आस्था बल्कि… Read More

7 days ago

केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश क्यों होते हैं? जानें पीछे के 5 बड़े कारण

उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल केदारनाथ तक पहुँचने के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु Helicopter Services… Read More

1 week ago

Top 7 Plane Crashes: जब एक पल में खत्म हो गई सैकड़ों जिंदगियां!

Air travel को भले ही आज सबसे सुरक्षित transport modes में गिना जाता है, लेकिन… Read More

2 weeks ago